|| दोहा || श्री गुरु चरण सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारी | बरनऊ रघुबर बिमल जासु, जो दायकु फल…
मेरे गुरुदेव मैनू तुसी ही सहारा हो, छड के न जावो सानू अंखियाँ दे तारा हो॥ त्वाडी जुदाई सद्गुरु सही…
जे तू ना फड़दा साडी बाँह असां रुल जाना सी सानु कित्थे ना मिलदी थां असां रुल जाना सी असी…
राधा कृपा कटाक्ष स्त्रोत् (अर्थ के साथ) मुनीन्दवृन्दवन्दिते त्रिलोकशोकहारिणी, प्रसन्नवक्त्रपंकजे निकंजभूविलासिनी। व्रजेन्दभानुनन्दिनी व्रजेन्द सूनुसंगते, कदा करिष्यसीह मां कृपा-कटाक्ष-भाजनम्॥ १ अर्थात…
मन भूल मत जइयो, सद्गुरु देव के चरण ॥ श्री गुरु पद-रज सिर पर धरिये। नमस्कार सद्गुरु जी को करिये…
मन भूल मत जइयो, सद्गुरु देव के चरण ॥ श्री गुरु पद-रज सिर पर धरिये। नमस्कार सद्गुरु जी को करिये…
राम नाम के हीरे मोती मैं बिखराऊ गली गली राम नाम के हीरे मोती मैं बिखराऊ गली गली, ले लो…
श्यामा वे बढ़िया रोनका लाईया आज कल भगता वे, ओह वेख मेरे राम जी आये, सीता जी नु नाल लिआए,…
निक्का जेहा कम श्यामा तेरे तो करोना ए... पहला तेरे चरना च शीश झुकाना ए, काम कोई औखा नहीं श्याम…
कृष्ण गोविंद गोपाल गाते चलो, मन को विषयों की विष से बचाते चलो। देखना इंद्रियों के न घोड़े भगें, रात…